ipc vs bns section 191 to 498a

IPC बनाम BNS (अध्याय 11-20) – दण्ड और केस लॉ सहित (ipc vs bns section 191 to 498a)

IPC (1860) बनाम BNS (2023) - विस्तृत तुलना (अध्याय 11 से 20)

अध्याय 11: मिथ्या साक्ष्य और लोक न्याय के विरुद्ध अपराध (IPC 191-229A)
  • IPC धारा 191-193: मिथ्या साक्ष्य देना और उसके लिए दण्ड
    IPC दण्ड: 7 वर्ष तक कारावास और जुर्माना।
    BNS धारा 233-235: मिथ्या साक्ष्य देना और दण्ड।
    BNS दण्ड: समान प्रावधान।
  • IPC धारा 201: अपराध के साक्ष्य का विलोपन
    IPC दण्ड: अपराध के अनुसार, अधिकतम 10 वर्ष तक।
    BNS धारा 243: साक्ष्य का विलोपन।
    BNS दण्ड: समान प्रावधान।
  • IPC धारा 211: अपराध का मिथ्या आरोप
    IPC दण्ड: 2 वर्ष से 7 वर्ष तक।
    BNS धारा 253: अपराध का मिथ्या आरोप।
    BNS दण्ड: 2 वर्ष से 7 वर्ष तक।
अध्याय 12-15: सिक्के, माप, लोक स्वास्थ्य और धर्म (IPC 230-298)
  • IPC अध्याय 12 & 13: सिक्कों, स्टाम्पों, बाटों और मापों से संबंधित अपराध
    BNS अध्याय 14: सिक्के, स्टाम्प, माप और भार से संबंधित अपराध।
  • IPC अध्याय 14: लोक स्वास्थ्य, सुरक्षा, सुविधा, शिष्टता और नैतिकता के विरुद्ध अपराध
    BNS अध्याय 15: समान प्रावधान।
  • IPC धारा 295A: धार्मिक भावनाओं को आहत करना
    IPC दण्ड: 3 वर्ष तक कारावास, या जुर्माना, या दोनों।
    BNS धारा 336: धार्मिक भावनाओं को आहत करना।
    BNS दण्ड: समान प्रावधान।
    प्रमुख केस: रामजी लाल मोदी बनाम उत्तर प्रदेश राज्य।
अध्याय 16: मानव शरीर पर प्रभाव डालने वाले अपराध (IPC 299-377)
  • IPC धारा 299, 300: आपराधिक मानव वध और हत्या
    BNS धारा 100, 101: आपराधिक मानव वध और हत्या।
    प्रमुख केस: के. एम. नानावती बनाम महाराष्ट्र राज्य।
  • IPC धारा 302: हत्या के लिए दण्ड
    IPC दण्ड: मृत्यु या आजीवन कारावास, और जुर्माना।
    BNS धारा 103(1): हत्या के लिए दण्ड।
    BNS दण्ड: मृत्यु या आजीवन कारावास, और जुर्माना।
  • IPC धारा 304A: उपेक्षा द्वारा मृत्यु
    IPC दण्ड: 2 वर्ष तक कारावास, या जुर्माना, या दोनों।
    BNS धारा 106: उपेक्षा द्वारा मृत्यु।
    BNS दण्ड: 7 वर्ष तक कारावास और जुर्माना। हिट-एंड-रन के मामलों में 10 वर्ष तक।
  • IPC धारा 304B: दहेज मृत्यु
    IPC दण्ड: न्यूनतम 7 वर्ष, जो आजीवन कारावास तक हो सकता है।
    BNS धारा 80: दहेज मृत्यु।
    BNS दण्ड: न्यूनतम 7 वर्ष, जो आजीवन कारावास तक हो सकता है।
  • IPC धारा 307: हत्या का प्रयत्न
    IPC दण्ड: 10 वर्ष तक कारावास; यदि चोट लगे तो आजीवन कारावास तक।
    BNS धारा 109: हत्या का प्रयत्न।
    BNS दण्ड: समान प्रावधान।
  • IPC धारा 326A: एसिड अटैक
    IPC दण्ड: न्यूनतम 10 वर्ष से आजीवन कारावास तक।
    BNS धारा 119: एसिड अटैक।
    BNS दण्ड: समान प्रावधान।
  • IPC धारा 354D: पीछा करना (Stalking)
    IPC दण्ड: पहली बार में 3 वर्ष तक, दूसरी बार में 5 वर्ष तक।
    BNS धारा 78: पीछा करना।
    BNS दण्ड: समान प्रावधान।
  • IPC धारा 375, 376: बलात्संग और उसका दण्ड
    IPC दण्ड: न्यूनतम 10 वर्ष से आजीवन कारावास तक।
    BNS धारा 63, 64: बलात्संग और उसका दण्ड।
    BNS दण्ड: समान प्रावधान। गैंग रेप के लिए 20 वर्ष से आजीवन कारावास तक का कठोर प्रावधान।
    प्रमुख केस: मुकेश & अन्य बनाम NCT दिल्ली (निर्भया केस)।
अध्याय 17: संपत्ति के विरुद्ध अपराध (IPC 378-462)
  • IPC धारा 378, 379: चोरी और उसका दण्ड
    IPC दण्ड: 3 वर्ष तक कारावास, या जुर्माना, या दोनों।
    BNS धारा 301: चोरी और उसका दण्ड।
    BNS दण्ड: समान प्रावधान।
  • IPC धारा 383, 384: उद्यापन (Extortion) और उसका दण्ड
    IPC दण्ड: 3 वर्ष तक कारावास, या जुर्माना, या दोनों।
    BNS धारा 302: उद्यापन और उसका दण्ड।
    BNS दण्ड: समान प्रावधान।
  • IPC धारा 390, 392: लूट (Robbery) और उसका दण्ड
    IPC दण्ड: 10 वर्ष तक का कठोर कारावास, और जुर्माना।
    BNS धारा 303: लूट और उसका दण्ड।
    BNS दण्ड: समान प्रावधान।
  • IPC धारा 391, 395: डकैती (Dacoity) और उसका दण्ड
    IPC दण्ड: आजीवन कारावास, या 10 वर्ष तक का कठोर कारावास, और जुर्माना।
    BNS धारा 304: डकैती और उसका दण्ड।
    BNS दण्ड: समान प्रावधान।
  • IPC धारा 405, 406: आपराधिक न्यासभंग (Criminal Breach of Trust)
    IPC दण्ड: 3 वर्ष तक कारावास, या जुर्माना, या दोनों।
    BNS धारा 312: आपराधिक न्यासभंग।
    BNS दण्ड: 5 वर्ष तक कारावास, या जुर्माना, या दोनों।
  • IPC धारा 415, 420: छल और संपत्ति परिदत्त करने के लिए बेईमानी से उत्प्रेरित करना
    IPC दण्ड (420): 7 वर्ष तक कारावास, और जुर्माना।
    BNS धारा 316: छल।
    BNS दण्ड (316(4)): 7 वर्ष तक कारावास, और जुर्माना।
  • IPC धारा 441, 442: आपराधिक अतिचार और गृह-अतिचार
    BNS धारा 325, 326: आपराधिक अतिचार और गृह-अतिचार।
अध्याय 18: दस्तावेजों और संपत्ति चिह्नों से संबंधित अपराध (IPC 463-489E)
  • IPC धारा 463, 465: कूटरचना (Forgery) और उसका दण्ड
    IPC दण्ड: 2 वर्ष तक कारावास, या जुर्माना, या दोनों।
    BNS धारा 335: कूटरचना और उसका दण्ड।
    BNS दण्ड: समान प्रावधान।
  • IPC धारा 468: छल के प्रयोजन से कूटरचना
    IPC दण्ड: 7 वर्ष तक कारावास, और जुर्माना।
    BNS धारा 338: छल के प्रयोजन से कूटरचना।
    BNS दण्ड: समान प्रावधान।
  • IPC धारा 489A-E: करेंसी-नोटों या बैंक-नोटों का कूटकरण
    BNS धारा 353-357: करेंसी-नोटों या बैंक-नोटों का कूटकरण।
अध्याय 19: सेवा की संविदा का आपराधिक भंग (IPC 490-492)
  • IPC धारा 490-492:
    इस अध्याय को 1925 में ही निरस्त (Repeal) कर दिया गया था। BNS में भी यह शामिल नहीं है।
अध्याय 20: विवाह से संबंधित अपराध (IPC 493-498)
  • IPC धारा 494: द्विविवाह (Bigamy)
    IPC दण्ड: 7 वर्ष तक कारावास, और जुर्माना।
    BNS धारा 81: द्विविवाह।
    BNS दण्ड: समान प्रावधान।
  • IPC धारा 497: जारकर्म (Adultery)
    सुप्रीम कोर्ट द्वारा जोसेफ शाइन बनाम भारत संघ मामले में असंवैधानिक घोषित। BNS में शामिल नहीं।
  • IPC धारा 498A: पति या उसके नातेदारों द्वारा क्रूरता
    IPC दण्ड: 3 वर्ष तक कारावास, और जुर्माना।
    BNS धारा 86: पति या उसके नातेदारों द्वारा क्रूरता।
    BNS दण्ड: समान प्रावधान।
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