IPC (1860) बनाम BNS (2023) - विस्तृत तुलना (अध्याय 1 से 10)
अध्याय 1 & 2: प्रस्तावना और साधारण स्पष्टीकरण (IPC 1-52A)
- IPC धारा 1-5: प्रस्तावना BNS धारा 1: प्रस्तावना।
- IPC धारा 6-52A: परिभाषाएं BNS धारा 2: परिभाषाएं।
- IPC धारा 34: सामान्य आशय (Common Intention) BNS धारा 2(5): 'सामान्य आशय'।प्रमुख केस: महबूब शाह बनाम एम्परर।
अध्याय 3: दण्डों के विषय में (IPC 53-75)
- IPC धारा 53: दण्ड के प्रकार BNS धारा 4: दण्ड के प्रकार। सामुदायिक सेवा (Community Service) को एक नए दण्ड के रूप में जोड़ा गया है।
- IPC धारा 64-67: जुर्माना न देने पर कारावास IPC दण्ड: मूल अपराध के कारावास का एक-चौथाई तक।BNS धारा 9: जुर्माना न देने पर कारावास।BNS दण्ड: समान प्रावधान।
- IPC धारा 73, 74: एकान्त परिरोध (Solitary Confinement)
IPC दण्ड: अधिकतम 3 माह।BNS धारा 13: एकान्त परिरोध।BNS दण्ड: अधिकतम 3 माह।अध्याय 4: साधारण अपवाद (IPC 76-106)
- IPC धारा 82, 83: शिशु का कार्य (Child's Act) BNS धारा 17, 18: शिशु का कार्य। 7 वर्ष से कम आयु पूर्ण छूट, 7-12 अपरिपक्व समझ पर छूट।
- IPC धारा 84: विकृतचित्त व्यक्ति का कार्य BNS धारा 19: विकृतचित्त व्यक्ति का कार्य।प्रमुख केस: मक'नाघटन का वाद (M'Naghten's case)।
- IPC धारा 96-106: प्राइवेट प्रतिरक्षा का अधिकार BNS धारा 34-44: शरीर और संपत्ति की प्राइवेट प्रतिरक्षा का अधिकार।
अध्याय 5 & 5A: दुष्प्रेरण और आपराधिक षड्यंत्र (IPC 107-120B)
- IPC धारा 107, 109: दुष्प्रेरण और उसका दण्ड IPC दण्ड: जो मुख्य अपराध के लिए है।BNS धारा 45, 47: दुष्प्रेरण और उसका दण्ड।BNS दण्ड: जो मुख्य अपराध के लिए है।
- IPC धारा 120A, 120B: आपराधिक षड्यंत्र (Criminal Conspiracy)
IPC दण्ड: अपराध के अनुसार, मृत्यु, आजीवन कारावास या 2 वर्ष से अधिक के लिए, अन्यथा 6 माह तक।BNS धारा 61: आपराधिक षड्यंत्र।BNS दण्ड: समान प्रावधान।अध्याय 6: राज्य के विरुद्ध अपराध (IPC 121-130)
- IPC धारा 121: भारत सरकार के विरुद्ध युद्ध करना IPC दण्ड: मृत्यु या आजीवन कारावास, और जुर्माना।BNS धारा 145: भारत सरकार के विरुद्ध युद्ध करना।BNS दण्ड: मृत्यु या आजीवन कारावास, और जुर्माना।
- IPC धारा 124A: राजद्रोह (Sedition)
IPC दण्ड: आजीवन कारावास तक और जुर्माना।BNS धारा 152: भारत की सम्प्रभुता, एकता और अखण्डता को खतरे में डालने वाले कार्य।BNS दण्ड: 7 वर्ष से लेकर आजीवन कारावास तक, और जुर्माना।प्रमुख केस: केदार नाथ सिंह बनाम बिहार राज्य।अध्याय 7: सेना, नौसेना और वायुसेना से संबंधित अपराध (IPC 131-140)
- IPC धारा 131: विद्रोह का दुष्प्रेरण IPC दण्ड: आजीवन कारावास, या 10 वर्ष तक, और जुर्माना।BNS धारा 153: विद्रोह का दुष्प्रेरण।BNS दण्ड: आजीवन कारावास, या 10 वर्ष तक, और जुर्माना।
- IPC धारा 132: विद्रोह का दुष्प्रेरण, यदि विद्रोह किया जाए
IPC दण्ड: मृत्यु, या आजीवन कारावास, या 10 वर्ष तक, और जुर्माना।BNS धारा 154: विद्रोह का दुष्प्रेरण, यदि विद्रोह किया जाए।BNS दण्ड: मृत्यु, या आजीवन कारावास, या 10 वर्ष तक, और जुर्माना।अध्याय 8: लोक प्रशांति के विरुद्ध अपराध (IPC 141-160)
- IPC धारा 141, 143: विधिविरुद्ध जमाव और उसका दण्ड IPC दण्ड: 6 माह तक कारावास, या जुर्माना, या दोनों।BNS धारा 189: विधिविरुद्ध जमाव और उसका दण्ड।BNS दण्ड: 6 माह तक कारावास, या जुर्माना, या दोनों।
- IPC धारा 146, 147: बलवा करना (Rioting) और उसका दण्ड
IPC दण्ड: 2 वर्ष तक कारावास, या जुर्माना, या दोनों।BNS धारा 187: बलवा करना और उसका दण्ड।BNS दण्ड: 3 वर्ष तक कारावास, या जुर्माना, या दोनों।- IPC धारा 153A: विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता का सम्प्रवर्तन
IPC दण्ड: 3 वर्ष तक कारावास, या जुर्माना, या दोनों।BNS धारा 194: विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता का सम्प्रवर्तन।BNS दण्ड: 3 वर्ष तक कारावास, या जुर्माना, या दोनों।- IPC धारा 159, 160: दंगा (Affray) और उसका दण्ड
IPC दण्ड: 1 माह तक कारावास, या ₹100 जुर्माना, या दोनों।BNS धारा 188: दंगा और उसका दण्ड।BNS दण्ड: 1 माह तक कारावास, या ₹1000 जुर्माना, या दोनों।अध्याय 9 & 9A: लोक सेवकों और निर्वाचन से संबंधित अपराध (IPC 161-171I)
- IPC धारा 161-165A: लोक सेवकों द्वारा रिश्वतखोरी अब भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 के तहत कवर किया गया है।
- IPC धारा 166: लोक सेवक द्वारा क्षति पहुंचाने के आशय से विधि की अवज्ञा IPC दण्ड: 1 वर्ष तक कारावास, या जुर्माना, या दोनों।BNS धारा 200: लोक सेवक द्वारा विधि की अवज्ञा।BNS दण्ड: 1 वर्ष तक कारावास, या जुर्माना, या दोनों।
- IPC धारा 171E: रिश्वत (निर्वाचन)
IPC दण्ड: 1 वर्ष तक कारावास, या जुर्माना, या दोनों।BNS धारा 209: रिश्वत।BNS दण्ड: 1 वर्ष तक कारावास, या जुर्माना, या दोनों।अध्याय 10: लोक सेवकों के विधिपूर्ण प्राधिकार के अवमान (IPC 172-190)
- IPC धारा 172-174: समनों की तामील से बचना IPC दण्ड: 1 से 6 माह तक कारावास, या जुर्माना, या दोनों।BNS धारा 214-216: समनों की अवज्ञा।BNS दण्ड: 1 से 6 माह तक कारावास, या जुर्माना, या दोनों।
- IPC धारा 186: लोक सेवक के कार्यों में बाधा डालना
IPC दण्ड: 3 माह तक कारावास, या ₹500 जुर्माना, या दोनों।BNS धारा 228: लोक सेवक के कार्यों में बाधा डालना।BNS दण्ड: 3 माह तक कारावास, या ₹500 जुर्माना, या दोनों।- IPC धारा 188: लोक सेवक के आदेश की अवज्ञा
IPC दण्ड: 1 से 6 माह तक कारावास, या जुर्माना, या दोनों।BNS धारा 230: लोक सेवक के आदेश की अवज्ञा।BNS दण्ड: 1 से 6 माह तक कारावास, या जुर्माना, या दोनों।Tags: IPC - IPC धारा 186: लोक सेवक के कार्यों में बाधा डालना
- IPC धारा 171E: रिश्वत (निर्वाचन)
- IPC धारा 146, 147: बलवा करना (Rioting) और उसका दण्ड
- IPC धारा 132: विद्रोह का दुष्प्रेरण, यदि विद्रोह किया जाए
- IPC धारा 124A: राजद्रोह (Sedition)
- IPC धारा 120A, 120B: आपराधिक षड्यंत्र (Criminal Conspiracy)
- IPC धारा 73, 74: एकान्त परिरोध (Solitary Confinement)